उपन्यास : शान्तिदूत (अठारहवीं कड़ी)
अब कृष्ण पांडवों के अज्ञातवास की अवधि की घटनाओं पर विचार करने लगे। अज्ञातवास का समय पांडवों के वनवास का
Read Moreअब कृष्ण पांडवों के अज्ञातवास की अवधि की घटनाओं पर विचार करने लगे। अज्ञातवास का समय पांडवों के वनवास का
Read Moreनागफनी खा ही जाती है, ऊँचे छायादारों को हमनें भी तो पाल के रक्खा है सारे गद्दारों को अधिक सहन-शक्ति
Read Moreजश्न मनाओ कि हमने दुश्मन को धूल चटाई है जश्न मनाओ आतंकी सेना ने मुँह की खाई है जश्न मनाओ
Read Moreआज परीक्षा का दिन था। गुरुजी ने प्रश्न किया- ”शिष्यों! बताओ यह कौन है, जो सर्वशक्तिमान है। जिसके समक्ष बडे़-बड़े
Read Moreसपने मे मैने देखा एक बहुत खूबसूरत लडकी जिससे मैँ प्यार करता हूँ उसका भाई फिल्म डार्कनाइट के जोकर जैसा
Read Moreकुछ आत्ममुग्ध बूढ़े कुछ अंधभक्त शिष्याएं बूढों को लगता है कि वो हैं साहित्यिक धरोहर वो लिखते है कुछ भी …..बिना तर्क का
Read Moreअपना देश न संभल रहा और नई जागीर चाहिए जो ख़ुद है भूखा–नंगा, उसको भी कश्मीर चाहिए धर्म के नाम पर हुआ
Read Moreपिछले दिनों चार प्रमुख घटनायें घटीं-1. उत्तर प्रदेश सरकार ने रमजान का तथाकथित पवित्र महीना शुरू होते ही अनेक मन्दिरों
Read Moreहुई हो जैसे मुझे फिर से पहली सी वो मुहब्बत उसके तसव्वुर में मेरा आशिकों सा हाल क्यूँ है बस
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