कविता

सभी सुहागनों को करवा चतुर्थी पर

सभी सुहागनों को करवा चतुर्थी पर  
शुभ कामनाओं के साथ सादर समर्पित,
सबके जीवन में करवा चौथ का त्योहार
लेकर आये ख़ुशियाँ हजार
सभी सुहागनों के दिल का यही अरमान है,
मेरा पिया ही तो मेरा सारा जहान है,
प्यारे   पिया   में   बसी   उसकी   जान   है
पिया  के  लिए  ही वह पूर्ण समर्पित है,
उसका सबकुछ पिया के चरणो में अर्पित है,
व्रत करती है पिया की दीर्घायु के लिए,
शुद्ध मन से जलाती है पावन घी के दीये
उसके नाम से ही अपनी माँग   भरती है
अपने पिया के लिए ही सजती संवारती है, 
भूखी – प्यासी   रहती है बस चाहती है पिया
पिया ही तो उसकी ख़ुशियों का संसार   है
आज उसे प्यारे पिया का ही दीदार है
सब कुछ फीका लगता है आज पिया के आगे,
पिया  के प्रेमालिंगन से उसके भाग्य जागे,   
बस   भावुकता   से   यह ओत – प्रोत
यह प्यारा प्यार का त्योहार है
पति पत्नी के रिश्तों की बुनियाद 
यह   करवा   चौथ का त्यौहार है,  
सभी सुहागनों के सर का सरताज सजा रहे,
सम्पूर्ण  समर्पण का आधार सर्वदा बना रहे,
सिन्दूर चमकता रहे मांग सदा सजती रहे,
चूड़ियों  की खन खन घर आँगन गूंजती रहे,
लाल जोड़ा पहन सुहागन दुल्हन सी सजती रहे,
पांव थिरके तो पायल झम झम कर बजती रहे,
मेहंदी रचे हाथों में पूजा की थालीयां भरती रहे,
चाँद गगन में चमके,जीवन ज्योति जलती रहे,
त्याग और समर्पण का यह पावन पर्व सजता रहे,
दीर्घायु की कामना का यह व्रत सदा सदा चलता रहे .
……जय प्रकाश भाटिया

जय प्रकाश भाटिया

जय प्रकाश भाटिया जन्म दिन --१४/२/१९४९, टेक्सटाइल इंजीनियर , प्राइवेट कम्पनी में जनरल मेनेजर मो. 9855022670, 9855047845

One thought on “सभी सुहागनों को करवा चतुर्थी पर

  • विजय कुमार सिंघल

    बहुत अच्छी सामयिक कविता.

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