कविता

सपना अगर ये सच हो जाये


भारत के स्वच्छता अभियान के सिलसिले में मेरी यह कविता मोदी जी के फेसबुक की साईट ‘माई क्लीन इंडिया’ पर प्रकाशित होने योग्य मानी गई और प्रकाशित भी हो गई है. अब आपके समक्ष प्रस्तुत है कविता ‘सपना अगर ये सच हो जाये’.आप ‘माई क्लीन इंडिया’ साईट पर इसे देखकर लाईक, कामेंट व शेयर भी कर सकते हैं. इससे आप भी ‘स्वच्छता अभियान’ का एक सक्रिय हिस्सा बन सकते हैं. हमारा ध्येय है, कि सभी इस स्वच्छता अभियान में अपनी-अपनी तरह से भागीदारी कर सकें. शुक्रिया.

सपना अगर ये सच हो जाये

जो है हर दिल की चाहत, सपना अगर ये सच हो जाए
सच कहती हूं देशवासियो, ये धरती जन्नत बन जाये-सपना अगर ये—

‘स्वच्छता के अभियान’ को पढ़कर मन सपनों में खोया
भारत की भूमि पर पहुंची जैसे खुद को स्वर्ग में पाया
गली-मुहल्ले शहर-देश का हर कोना चमक रहा था
न कूड़ा, न मक्खी मच्छर , हर अंगना फूलों से महक रहा था
स्वर्ग के निर्माण हेतु गर’ सब मिल कदम बढ़ाएं
सच कहती हूं देशवासियो, ये धरती जन्नत बन जाये-सपना अगर ये—

 

बीड़ी, सिगरेट और नशे का भयंकर राक्षस गया था मारा
मानव जीवन और वातावरण था निर्मल हो गया सारा
मंदिरों में नहीं सिर्फ , धरती मां को सच में शीश निवाया
गंगा-यमुना की पवित्रता को बच्चों ने फिर से लौटाया
जीवन में खुशियां लाने को अगर सब मिल के दीप जलाएं
सच कहती हूं देशवासियो, ये धरती जन्नत बन जाये-सपना अगर ये—

 
मधुशाला सब सील हो गईं बंद हो गयी चोरी-चकारी
कोई द्रोपदी पति के हाथों अब जुए में न जाये हारी
दिलों में प्यार की गंगा बहती रिश्तों में आ गई मज़बूती
होश में सब मानव आए ,सड़कों पे दुर्घटना नहीं होती
वैर-विरोध, झूठ, मक्कारी, रिश्वतखोरी अगर ख़त्म हो जाए
सच कहती हूं देशवासियो, ये धरती जन्नत बन जाये-सपना अगर ये—

 
भ्रूण हत्या के महापाप से लोगों ने तौबा कर ली
मां लक्ष्मी, मां दुर्गा ने सुख-समृद्धि से सब की झोली भर दी
हर घर में हुए राम के दर्शन , रावण रहा न कोई
लाज के रखवालों की सुरक्षा में बेटियां सुरक्षित सोईं
माता रानी की कंजक अगर सच में पूजी जाए
सच कहती हूं देशवासियो, ये धरती जन्नत बन जाये-सपना अगर ये—

मनजीत कौर ( इंग्लैंड )

8 thoughts on “सपना अगर ये सच हो जाये

  • राज किशोर मिश्र 'राज'

    वाह अत्यंत . मनोरमसार्वभौमिक रचना के लिए सादर नमन बहन जी

    • मनजीत कौर

      हौंसला अफजाई के लिए दिल की गहराईओं से शुक्रिया भाई साहब |

    • मनजीत कौर

      बहुत शुक्रिया दीदी आप का

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    मंजीत , यह कविता पड़ कर मन बहुत पर्सन हुआ . सच में अगर लोग मोदी जी के चलाए स्वश्ताअभियान को समझें और उन पर अमल करें तो कोई बात नहीं भारत स्वर्ग बन जाए . यह कोई इतना मुश्किल काम भी नहीं है , सिर्फ सोच बदलने की जरुरत है .

    • मनजीत कौर

      आप का बहुत शुक्रिया भाई साहब असल में मोदी जी दुआरा चलाये इस” स्वच्छता अभियान” को देख कर मन में आशाओं के चिराग जल उठे है । जिस तरह भारतवासी हाथ से हाथ मिला कर एकजुट होकर , स्वच्छता अभियान के लक्ष्य को पूरा करने में जुट गए है इसे देख कर तो यकीन हो गया की अब वो दिन दूर नहीं जब ये धरती जन्नत बन जायेगी । आदरणीय मोदी जी को प्रणाम जो देश को स्वच्छ ,सुन्दर बनाने और इसे उचाइओ पर लेजाने की महान सोच रखते है अगर सारे देश वासी इस सोच को अपना कर इस अभियान को पूरा करने में जुट जाते है तो सफलता जल्द ही उनके कदम चूमेगी

  • विजय कुमार सिंघल

    बहुत अच्छी कविता, मनजीत जी. इसे हम अपनी पत्रिका में भी छापेंगे. 🙂

    • मनजीत कौर

      आदरणीय विजय भाई साहब दो दिन पहले आप का जनम दिन था हमार्री और से आप को जनम दिन की हार्दिक बधाई और हार्दिक शुभकामनाए | कविता पसंद करने के लिए और होसला अफजाई के लिए बहुत शुक्रिया भाई साहब । इस कविता की रचना के पीछे एक कहानी छिपी है दरअसल नव भारत टाइम्स पर आदरणीय लीला तिवानी जी से, उनके ब्लॉग पर मेरी उनसे बातचीत होती रहती है ,उनकी कविता” ये है स्वच्छता अभियान ” पर अपना कॉमेंट लिखने बैठी तो लिखती ही चली गयी और मुझे पता ही नहीं चला की कब मेरे कॉमेंट ने कविता का रूप ले लिया और इस कविता को सभी कमेंटेटर्स ने इतना सराहा की अब ये कविता मोदी जी की फेसबुक साइट पर प्रकाशित हो चुकी है । स्वच्छता अभियान पर आदरणीय लीला जी की दो कविताए और मेरी कविता उन्ही की फेस बुक पर प्रकाशित हुई है जी एक बार फिर से आपका बहुत शुक्रिया|

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