तुमसे …क्या कहा था उसने …
तपती दोपहरी में .. जड़े सोचती होंगी टहनी के शीर्ष पर किसी भी हालत में मुझे कल सुबह खिलाना हैं
Read Moreतपती दोपहरी में .. जड़े सोचती होंगी टहनी के शीर्ष पर किसी भी हालत में मुझे कल सुबह खिलाना हैं
Read Moreआधी रात हो गयी …है … मै सो नही पा रहा हूँ भागते हुए ट्रेन की – एक बोगी की
Read More***** वक्त बदल गया है ***** लोग कह्ते हैं वक्त बदल गया है, पर मुझे तो लगता है इंसान ,
Read Moreएक तरफ देश आधुनिकता और तरक्की की उचाइयां छुने को बेताब है, समानता की बाते की जाती है, शिक्षित होने
Read Moreगीता मे हृदयं पार्थ गीता मे सारमुत्तमम्। गीता में ज्ञानमत्युग्रं गीता मे ज्ञानमव्ययम्। । गीता की महत्ता के विषय में
Read Moreभारत देश की महान वैदिक सभ्यता में नारी को पूजनीय होने के साथ साथ “माता” के पवित्र उद्बोधन से संबोधित
Read Moreमहर्षि दयानन्द सरस्वती (1825-1883) आर्य समाज के संस्थापक हैं। आर्य समाज की स्थापना 10 अप्रैल, 1875 को मुम्बई के काकडवाड़ी
Read Moreफटी जेबोँ मेँ संभाल कर रखी कुछ रेजगारियोँ की खनक आश्वस्त करता है इन्हेँ अपनी छोटी छोटी ख्वाहिशेँ पूरी होने
Read Moreप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजग सरकार के बने अब छह माह हो चुके हैं। मोदी सरकार के कार्यकाल
Read Moreआज संस्कृत एवं जर्मन भाषा को लेकर चर्चा जोरो पर हैं। तीसरी भाषा के रूप में केंद्रीय विद्यालयों में जर्मन
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