गीतिका/ग़ज़ल

न कभी हाँ कहा….

 

न कभी हाँ कहा न कभी ना कहा उसने
मेरे सवालों के जवाब में कुछ ना कहा उसने

उसकी खामोशी की गहनता भी बोलती है
मेरे मन के दर्द को ,दर्द अपना कहा उसने

मेरी निगाहों की किताब को पढ़ चुकी है वो
चीर कर सीना मुझे मत दिखाना कहा उसने

रात भर उसे भी नींद नहीं आती होगी
मुझसे रोज जल्दी सो जाना कहा उसने

मैं उसकी ओर खींचा चला ज़ा रहा हूँ
मुझसे करीब मत आना कहा उसने

किशोर कुमार खोरेंद्र

किशोर कुमार खोरेंद्र

परिचय - किशोर कुमार खोरेन्द्र जन्म तारीख -०७-१०-१९५४ शिक्षा - बी ए व्यवसाय - भारतीय स्टेट बैंक से सेवा निवृत एक अधिकारी रूचि- भ्रमण करना ,दोस्त बनाना , काव्य लेखन उपलब्धियाँ - बालार्क नामक कविता संग्रह का सह संपादन और विभिन्न काव्य संकलन की पुस्तकों में कविताओं को शामिल किया गया है add - t-58 sect- 01 extn awanti vihar RAIPUR ,C.G.

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