नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ
करो न भूल
आगंतुक बरस
टूटे न फूल ।
नवीन मन्त्र
नूतन वर्ष यंत्र
सौहार्द तंत्र ।
दीन है दुखी
आया नया है साल
रोटी तो रुखी ।
नूतन वर्ष
सुख दुःख की पाती
विगत वर्ष ।
गुज़रा वर्ष
छोड़ गया है पीछे
दुःख व हर्ष ।
प्रणय व्योम
स्वागत नववर्ष
बरसा सोम ।
गम न कर
गुजरा बीता साल
आएगी ख़ुशी ।
सब्र तो रख
ले आएगा खुशियाँ
नूतन वर्ष ।
gunjan
बहुत सुन्दर .