कविता

मन चाहता है……..

छुप-छुप छम- छम बरसा करती थीं जो अँखियाँ

कहती हैं मुझसे अब मुस्कुराने को मन चाहता है

कहती है सिसकती ज़िन्दगी

अब तो ख़ुशी का गीत गुनगुनाने का मन करता है

हुआ अजब यूँ ये नज़ारा है

कर बेठा मन यूँ खुद से बगावत

कैसे समझाएं इसे ख्वाब कोई हकीकत तो नहीं

रो तो जाती पल दो पल में ये दो अँखियाँ हैं

पर खिलती कहाँ यूँ

मुस्कान पल दो पल में है ||

छेड़ नहीं सकती यूँ

सरगम के गीत  ज़िन्दगी चाहने भर से

कब ले करवट किस ओर

तकदीर की लहर ये कौन कहे

है कितना नादाँ ये दिल

कहता है एक बार किस्मत से लड़ जाने को मन करता है

एक बार अंधेरों से निकलकर सुनहरे उजियाले को छूने को मन करता है

उतार काँटों का कफ़न

फूलों की चादर ओढ़ने का मन करता है

हो चुकी रूलाईयां बहुत

अब तो ख़ुशी का गीत गुनगुनाने का मन करता है |

अब न रोयेंगे यूँ बार –बार

खुद से ये वादा करने को मन करता है

कहता यूँ दिल मुझसे है

एक बार आंसूओं से उभर-मुस्कुराने को मन करता है

एक बार आंसूओं से उभर-मुस्कुराने को मन करता है ||
~~~~मीनाक्षी सुकुमारन  ~~~~

 

मीनाक्षी सुकुमारन

नाम : श्रीमती मीनाक्षी सुकुमारन जन्मतिथि : 18 सितंबर पता : डी 214 रेल नगर प्लाट न . 1 सेक्टर 50 नॉएडा ( यू.पी) शिक्षा : एम ए ( अंग्रेज़ी) & एम ए (हिन्दी) मेरे बारे में : मुझे कविता लिखना व् पुराने गीत ,ग़ज़ल सुनना बेहद पसंद है | विभिन्न अख़बारों में व् विशेष रूप से राष्टीय सहारा ,sunday मेल में निरंतर लेख, साक्षात्कार आदि समय समय पर प्रकशित होते रहे हैं और आकाशवाणी (युववाणी ) पर भी सक्रिय रूप से अनेक कार्यक्रम प्रस्तुत करते रहे हैं | हाल ही में प्रकाशित काव्य संग्रहों .....”अपने - अपने सपने , “अपना – अपना आसमान “ “अपनी –अपनी धरती “ व् “ निर्झरिका “ में कवितायेँ प्रकाशित | अखण्ड भारत पत्रिका : रानी लक्ष्मीबाई विशेषांक में भी कविता प्रकाशित| कनाडा से प्रकाशित इ मेल पत्रिका में भी कवितायेँ प्रकाशित | हाल ही में भाषा सहोदरी द्वारा "साँझा काव्य संग्रह" में भी कवितायेँ प्रकाशित |

6 thoughts on “मन चाहता है……..

  • मीनाक्षी सुकुमारन

    तहे दिल से बेहद शुक्रिया आपका गुरमेल सिंह जी

  • मीनाक्षी सुकुमारन

    तहे दिल से बेहद बेहद शुक्रिया विजय जी

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    बहुत सुन्दर कविता है .

    • मीनाक्षी सुकुमारन

      तहे दिल से बेहद सुक्रिया

  • विजय कुमार सिंघल

    वाह वाह ! बहुत सुन्दर !!

    • मीनाक्षी सुकुमारन

      तहे दिल से बेहद बेहद शुक्रिया

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