पद्य कथा – फौजी चाचा की सीख
एक सुबह फौजी चाचा , गए घूमने बागीचा , सुना वहाँ पर ये चर्चा , पड़ा रो रहा एक बच्चा
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Read Moreदेखो त्रिपुरा से हटा, ‘आफस्पा’ कानून। जनता जिससे त्रस्त थी, लंबा था मजमून। लंबा था मजमून, चला है वर्ष अठारह।
Read Moreकितनी मुश्किल से मनाया था उसको मिलने को, एक वक़्त था एक दिन भी बिना मिले रह नही पाती थी
Read Moreईशा बड़ी ही नकचढ़ी लड़की थी | उसकी अपनी किसी भी सहेली से ज्यादा दिन तक पटरी नहीं बैठती थी
Read Moreओ बेरहम प्रकृति बोलो क्यों हो इतना नाराज किस बात का गुस्सा है जो उगल रहे हो आग सुनामी तूफान
Read Moreओ३म् 132 वीं जयन्ती 28 मई पर जब हम देशभक्त महापुरूषों को याद करते हैं तो उनमें से एक अग्रणीय
Read Moreमैं बता चुका हूँ कि वाराणसी के आसपास घूमने की बहुत सी जगह हैं। मुख्य रूप से सारनाथ तो शहर
Read Moreभारतीय स्वाधीनता संग्राम के महानायक विनायक दामोदर सावरकर का जन्म महाराष्ट्र के नासिक जिले के भगूर ग्राम में 28 मई
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