शिशुगीत

चिड़िया

 

फुर्र-फुर्र करती आई चिड़िया
दाना चुगकर लाई चिड़िया

सबको प्यारी लगती चिड़िया
पंछियों में न्यारी लगती चिड़िया

तिनके चुन कर लाती चिड़िया
सुन्दर घर बनाती चिड़िया

हाथ लगाओ डर जाती चिड़िया
उड़ अपने घर जाती चिड़िया

चीं-चीं गाना सुनाती चिड़िया
फुदक कर नाच दिखाती चिड़िया।

2 thoughts on “चिड़िया

  • विजय कुमार सिंघल

    शिशुओं के लिए अच्छी कविता !

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    अच्छी बाल कविता .

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