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आईना बोलता है

योग  का  काल सर्पयोग

योग चित्त को शांत करता है, इसका उदाहरण सामने आ गया। खबर है कि जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री परिसर में लगे आम, लीची और कटहल आदि पर अपना अधिकार, योग दिवस पर योग करने के एक घंटे बाद, छोड़ दिया ।

मगर जो लोग योग नहीं करते वे इस तथ्य को स्वीकार नहीं करना चाहते। उनका मानना है कि नितीश कुमार के पुलिसिया इंतजाम के बाद उन फलों का स्वाद खट्टा हो गया था इसलिए मांझी ने ….। खैर, वजह जो भी हो, बीजेपी ने इसे मोदी प्रयास की लिस्ट में जगह देते हुए उन लोगों को योग अभ्यास करने की सलाह दी है जो स्थितियों को उनकी नज़र से नहीं देख पाते, या देखना नहीं चाहते ।

मनोज पाण्डेय 'होश'

फैजाबाद में जन्मे । पढ़ाई आदि के लिये कानपुर तक दौड़ लगायी। एक 'ऐं वैं' की डिग्री अर्थ शास्त्र में और एक बचकानी डिग्री विधि में बमुश्किल हासिल की। पहले रक्षा मंत्रालय और फिर पंजाब नैशनल बैंक में अपने उच्चाधिकारियों को दुःखी करने के बाद 'साठा तो पाठा' की कहावत चरितार्थ करते हुए जब जरा चाकरी का सलीका आया तो निकाल बाहर कर दिये गये, अर्थात सेवा से बइज़्ज़त बरी कर दिये गये। अभिव्यक्ति के नित नये प्रयोग करना अपना शौक है जिसके चलते 'अंट-शंट' लेखन में महारत प्राप्त कर सका हूँ।

One thought on “आईना बोलता है

  • विजय कुमार सिंघल

    आज आईना बहुत दिन बाद बोला है। पर अच्छा बोला है।

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