कविता

जी करता है….

हस्तरेखाओं को कभी -कभी ना मानने को जी करता है |
जो किस्मत मे ना हो कभी उसे पाने को जी करता है |
बदल दे अपने मुकद्दर को विशवास से भी यूंही जी करता है |
मुशकिलो को कभी- कभी मुस्कुरा के आज़माने को जी करता है |
वक्त पे ही मिलता है सब है यह खबर पर वक्त से पहले कभी पाने को जी करता है |
ज़िन्दगी के हर पहलु का हर उम्र का अपना महत्व है मगर हर हाल मे जीभर जीने को जी करता है |
क्यों छोड़ दें खुद को वक्त के फैसलों पर कभी – कभी खुद के लिए फैसले करने को जी करता है |||

— कामनी गुप्ता

कामनी गुप्ता

माता जी का नाम - स्व.रानी गुप्ता पिता जी का नाम - श्री सुभाष चन्द्र गुप्ता जन्म स्थान - जम्मू पढ़ाई - M.sc. in mathematics अभी तक भाषा सहोदरी सोपान -2 का साँझा संग्रह से लेखन की शुरूआत की है |अभी और अच्छा कर पाऊँ इसके लिए प्रयासरत रहूंगी |

2 thoughts on “जी करता है….

  • विजय कुमार सिंघल

    बढ़िया।

    • कामनी गुप्ता

      Thanks sirji

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