कवितापद्य साहित्य

बेटियाँ

भारत की बेटियों का अलग पहचान है |

सब तो कहते अबला लेकिन वो तूफान है |

समय- समय पर काली दुर्गा की अवतार है |

घर -घर में लक्ष्मी बन देती सबको सम्मान है |

प्रीति करने में राधा मीरा की नाम है |

कठिन परिस्थिति में में अग्नि परीक्षा देने को तैयार है

चूड़ी पहनने वाले हाथो को मत समझो बेजान है |

दुसमन के छक्के छुड़ाने में लक्ष्मीबाई की तलवार है |

वीरो में बल भरने वाली सुभद्रा कुमारी चौहान है |

लेख लेखिका के रूप में माँ सरस्वती की संतान है |

किरण बेदी की वर्दी में भारत का अभिमान है |

राजियां सुल्ताना के रूप में शासिका कहलाने की शान है |

अंतरिक्ष में सैर लगाने को कल्पना की तरह तैयार है |

त्यागमयी है , ममतामयी है , क्षमाशील वो इन्शान है |

इंदिरा गांधी की तरह देश के लिए कुर्बान है |

अब आप समझो इसकी क्या -क्या पहचान है |

निवेदिता चतुर्वेदी

निवेदिता चतुर्वेदी

बी.एसी. शौक ---- लेखन पता --चेनारी ,सासाराम ,रोहतास ,बिहार , ८२११०४

One thought on “बेटियाँ

  • महातम मिश्र

    वाह निवेदिता जी वाह, क्या रचना है क्या जज्बा है महोदया, बहुत खूब, बधाई

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