मुक्तक/दोहा

मुक्तक

जहाँ देना ज़रूरी है वहीं अक्सर नहीं देता
कहीं कारूं ख़ज़ाना है कहीं तिल भर नहीं देता
तेरी रहमत खुदा मुफ़लिस की तो हालत यही देखी
कभी रोटी नहीं देता कभी बिस्तर नहीं देता

— पूनम पांडेय

पूनम पाण्डेय

नाम - पूनम पाण्डेय शिक्षा - बी एस सी, बी एड हिंदी साहित्य (गद्य एवं काव्य दोनों) में गहरी रूचि अंतरजाल पर सक्रिय लेखन