कविता

प्रेम पर लिखना आसान नहीं

प्रेम पर लिखना आसान नहीं
मन को कुरेदना होताहै
वही लिखना है
जो सोचते हो
पर शब्द नहीं मिलते है
लिखी बातों में
सिर्फ़ ज़िक्र किया जाता है
प्रेम में लिखा क्या जायें
जब नाम प्रेमी का लिखो
फ़िर इश्क हो जाता है
उसी इश्क से जिस पर
लिखने का मन होताहै
फ़िर वही ख़्यालो की दुनिया
वो मदहोश दुनिया
दर्द से लिखना
और दर्द पर लिखना
इश्क से बेहतर है
सुकून रूह को
इसी में जब
दर्द हो रूह में
फ़िर आह निकलती है
हर शब्द में
फ़िर रचती है रचना
देखो फ़िर सुनने वालों से
निकलें कितने वाह
आह से वाह
तक का सफर है नहीं आसान
प्रेम पर लिखना नहीं आसान

अंजलि शर्मा “अंजुमन”

अंजलि शर्मा 'अंजुमन'

मिट्टी का तन मस्ती का मन क्षण भर जीवन मेरा परिचय इन पंक्तियाँ को ख़ुद में सार्थक करती राजस्थान के एक छोटे से शहर ब्यावर की निवासी है अंजलि शर्मा लेखन के क्षेत्र में बचपन से ही सक्रिय रही है व etv राजस्थान में उद्घोषक रह चुकी है 9 सितम्बर 1979 को जन्मी अंजलि शर्मा ने पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है व प्राणीशास्त्र में स्नातकोत्तर किया है वर्तमान में शिक्षा के क्षेत्र में सक्रिय है और प्ले स्कूल का संचालन कर रही हैं.