बाल कविता

नानी की कहानी

चॉद ने चॉदनी बिखेरी
मुन्ना मुन्नी को नानी याद आई
मुन्नी बोली मैं
नानी की कहानी सुनुँगी
मुन्ना बोला मै तुमको
नही सुनने दुँगा
फिर दोनो मे हुई लङाई
इतने मे नानी आ गई
दोनो की झगङे सुलझाई
बोली मैं दोनो को
सुन्दर कहानी सुनाऊँगी
अब तुमदोनो सुनो
मेरी सीख भरी कहानी
आपस में लङते न कभी
नही कभी करते बैर
एक दुसरे से मिलकर
करते रहना मिठी बात
…..निवेदिता चतुर्वेदी

निवेदिता चतुर्वेदी

बी.एसी. शौक ---- लेखन पता --चेनारी ,सासाराम ,रोहतास ,बिहार , ८२११०४

One thought on “नानी की कहानी

  • विजय कुमार सिंघल

    ठीक बात

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