उपन्यास अंश

अधूरी कहानी: अध्याय-30: किडनेपिंग

कुछ दिन बाद एंथोनी ने स्नेहा की आई डी से समीर को मेल भेजी मेल में लिखा था समीर मेरे घर वालों ने मेरी शादी औय कर दी है और मैं बहुत खुश हूॅ तुम मुझे भूल जाओ समीर मेल देखकर बहुत परेशान सा हो गया और दो-तीन दिन तक बहुत उदास रहा वह सोच रहा था कि स्नेहा ऐसा कैसे कर सकती है ।

समीर एक दिन साइबर कैफे में बैठा था तब एंथोनी बोला रणवीर अब तेरा काम है फिर रणवीर एक ब्लैक कार में दो आदमी के साथ आया और रणवीर समीर के पास गया और बोला समीर स्नेहा तुमसे मिलने आयी है तब समीर ने पूछा तुम कौन हो और तुम्हें कैसे पता मेरे और स्नेहा के बारे में तब रणवीर बोला मैं स्नेहा का दोस्त हूॅ फिर समीर रणवीर के साथ चल दिया पर वह समझ नहीं पा रहा था कि स्नेहा की तो शादी होने वाली है तो फिर मिलने क्यों आयी है समीर यह सोच ही रहा था तब तक एक आदमी ने क्लोरोफाॅर्म लगा कपड़ा समी की नाक पर रख दिया जिससे समीर वेहोश हो गया।

समीर को गाड़ी में लाकर उन लोगों ने एक रूम में बंद कर दिया समीर को होश आते ही वह चिल्लाने लगा मुझे यहां क्यूँ लाये हो कौन हो तुम लोग और स्नेहा कहा है तब एंथोनी बोला तुझे यहां तेरी स्नेहा की वजह से ही लाया गया है और तू अपनी चोंच बंद रख।

फिर एंथोनी ने स्नेहा को ब्लैकमेल कर पचास लाॅख रूपये लिये तब रणवीर बोला समीर का क्या करे छोड़ दे इसे तब एंथोनी बोला नहीं अभी तो हमें और भी रूपये लेने है स्नेहा से तभी समीर बोला तुम लोग कौन हो क्या कर रहे हो उर मुझे क्यों लाये हो यहां तब रणवीर बोला तुझे सब पता चल जायेगा पर अभी अपनी चोंच बंद रख वरना हमेशा के लिये तेरी चोंच बंद कर देंगे।

दयाल कुशवाह

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