क्षणिका

क्षणिकाएं…..

१  करके खता भी हर बार तुम खफा होते रहे ,

तेरी राहों में चिरागे रोशनी फिर भी ना हमने बुझने दी !!!

 

२ हो जाए खत्म दास्तां यूंही नहीं मुमकिन ,

रह जाते हैं कहीं तो बाकि निशां उसके !!!

 

 

३ तुम कहते हो ज़िंदगी से और मोहलत मांग लूं मगर ,

तुम्हारी बातों पे अब वो ऐतवार नहीं है !!!

 

 

४ कह तो दे कोई अपने मन की बात मगर ,

समझ सके जो अल्फाज़ तुम्हारे वो हर कोई नहीं होता !!!

कामनी गुप्ता ***

कामनी गुप्ता

माता जी का नाम - स्व.रानी गुप्ता पिता जी का नाम - श्री सुभाष चन्द्र गुप्ता जन्म स्थान - जम्मू पढ़ाई - M.sc. in mathematics अभी तक भाषा सहोदरी सोपान -2 का साँझा संग्रह से लेखन की शुरूआत की है |अभी और अच्छा कर पाऊँ इसके लिए प्रयासरत रहूंगी |

2 thoughts on “क्षणिकाएं…..

  • क्षण्काएं अच्छी लगीं .

    • कामनी गुप्ता

      धन्यवाद जी

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