कविता

दोस्त अनमोल होते हैं

दोस्ती अनमोल है
दोस्त अनमोल होते हैं
दोस्त यादो में, सम्बादो में होते हैं
दोस्त गीत ग़ज़ल होते हैं
दोस्त न हो जिंदगी सूनी है
सारे रंग फीके हैं
न होली न दिवाली अच्छी लगती है
दोस्त महफ़िलो में संगीत की मधुर धुन की तरह होते हैं
हर दर्द में दोस्त साथ होते हैं
दोस्त रूठ जाये तो जग रूठ जाता है,
दोस्त से बढ़कर कोई नहीं होता है
सर्द रातो में चाय की चुस्कियों में
दोस्त ही साथ होते हैं
दोस्त अगर सच्चे हो तो जिंदगी हसीं है
सच्चे दोस्त बहुत मुश्किल से मिलते हैं
दोस्त कमजोर धागो से नहीं बंधे होते
जो टूट जाये
दोस्त कभी न छूटे क्योकि
दोस्त अनमोल होते हैं

— गरिमा पांडेय

गरिमा लखनवी

दयानंद कन्या इंटर कालेज महानगर लखनऊ में कंप्यूटर शिक्षक शौक कवितायेँ और लेख लिखना मोबाइल नो. 9889989384