उपन्यास अंश

अधूरी कहानी: अध्याय-6: टीवी न्यूज

डिटेक्टीव समीर और उसके कुछ साथी कैफे में बैठे हुए थे तथा किसी गंभीर समस्या पर बात कर रहे थे उनके हाव-भाव से लग रहा था कि वे हाल ही में हुए दो खून के बारे में बात कर रहे हो साथ ही बीच-बीच में वे लोग काॅफी के छोटे-छोटे घूंट ले रहे थे।अचानक उसका ध्यान टीवी पर चल रही न्यूज पर गया समीर ने लाॅख कोशिश की थी कि मीडिया हाल ही में चल रहे खून को ज्यादा न उछाले लेकिन समीर की लाख कोशिश के बाद भी मीडिया ने जानकारी हासिल की थी।आखिर डिटेक्टीव की भी कुछ मर्यादायें हैं वह भी एक हद तक मीडिया से बातें छुपा सकता है और कभी-कभी ऐसा होता है कि हम जिस बात को छिपाना चाहते है उसी को ज्यादा उछाला जाता है।
टीवी रिडर बोल रहा था कि कातिल ने एक और कत्ल किया और लाश आज तड़के पुलिस को मिली जीस तरह से पहला खून हुआ था उसी तरह से या यूं कहिए कि उससे भी ज्यादा बर्बरता से यह खून हुआ इससे कोई भी इसी नतीजे पर पहुॅचेगा कि इस शहर में खुला सीरियल किलर घूम रहा है हमारे सूत्रों के हिसाब से जिस कमरे में खून हुआ उस कमरे की सारी खिड़किया अंदर से बंद थी बाकी पुलिस ने इस पर बात करने से साफ मना कर दिया जिस जगह ये खून हुआ वहां आसपास के लोग अब भी इस सदमें से उभर नहीं पाये है और पूरे शहर में दहसत का माहौल बना हुआ है।
कुछ लोगों के अनुसार जिन दो लोगों का खून हुआ है उन पर गंभीर केस चल रहे है इससे एक ऐसा निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि खूनी केवल गुनहगारों को ही मार रहा है इसकी वजह से कुछ आम जनता खूनी की वाह-वाह कर रहे हैं।
अगर खूनी को मीडिया अंटेंशन चाहिए तो वह उसमें कामयाब हो चुका है हमने लाख कोशिश की पर हम भी आखिर कब तक मीडिया से बातें छुपा पायेंगें समीर ने अपने साथी से कहा पर वह अब भी न्यूज देखने में व्यस्त था। जो भी हो ये जानकारी हमारे ही डिपार्टमेंट के लोगों ने ही लीक की है लेकिन अब कुछ नहीं किया जा सकता । एक बार तीर धनुष से छूट गया तो उसे वापस नहीं लाया जा सकता है।
शहर में सब तरफ दहसत फैल चुकी थी शहर में खुला सीरियल किलर घूम रहा है और पुलिस अब भी उसे पकड़ने में नाकामयाब वह और कितने कत्ल करने वाला है? उसका अगला शिकार कौन है? और वह लोगों को क्यों मार रहा है कुछ कारणवश या यूं ही? इन सारे सवालों का जबाव किसी के स नहीं था।

दयाल कुशवाह

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