गीतिका/ग़ज़ल

ग़ज़ल

बेटियों को मुझे पढ़ाने दो।
और दीपक मुझे जलाने दो।

बाग में कम न हो कहीं खुश्बू,
कुछ और फूल खिलाने दो।

दिल हमारा जवाब दे बैठा,
दर्द को और अब ठिकाने दो।

दोस्त अब मिरे घर न आएँगे,
फोन दो फेसबुक चलाने दो।

राह तकते ख़तम हुईं साँसें
और कुछ देर आज़माने दो।

-प्रवीण श्रीवास्तव ‘प्रसून’
फतेहपुर उ.प्र.
08896865866

प्रवीण श्रीवास्तव 'प्रसून'

नाम-प्रवीण श्रीवास्तव 'प्रसून' जन्मतिथि-08/03/1983 पता- ग्राम सनगाँव पोस्ट बहरामपुर फतेहपुर उत्तर प्रदेश पिन 212622 शिक्षा- स्नातक (जीव विज्ञान) सम्प्रति- टेक्निकल इंचार्ज (एस एन एच ब्लड बैंक फतेहपुर उत्तर प्रदेश लेखन विधा- गीत, ग़ज़ल, लघुकथा, दोहे, हाइकु, इत्यादि। प्रकाशन: कई सहयोगी संकलनों एवं पत्र पत्रिकाओ में। सम्बद्धता: कोषाध्यक्ष अन्वेषी साहित्य संस्थान गतिविधि: विभिन्न मंचों से काव्यपाठ मोबाइल नम्बर एवम् व्हाट्सअप नम्बर: 8896865866 ईमेल : praveenkumar.94@rediffmail.com