हाइकु/सेदोका

प्यासी धरा पर चंद हाईकु

{१}
बादल छाए
हवाओं संग उड़े
प्यासी धरती
{२}
जल जीवन
पेड़ है छाव देते
बद्रा बरसे
{३}
किसान तके
आसमान की और
कब बरसे
[४]
बिन बरखा
धरती पपडाए
बंजर भूमि
{५]
सुखी धरती
मुरझाए चेहरे
किसान के जी
[६]
सुखी धरती
अन्न कैसे उगाए
बिन बरखा
[७]
कृषक खिन्न
बिज भी हुवे नष्ट
प्यासी धरती
[८]
किसान खिन्न
लगान कैसे चुके
प्यासी धरती
[९]
प्यासी धरती
अन्न कैसे उपजे
कृषक हेरा

[१०}
रांत क्लांत
राहगीर भर्मित
कैसे राहत
{११}
बिन पानी के
कैसे बचेगी धरा
सोचे कृषक
{१२}
तपता सूर्य
तरुवर की छाया
कहा नसीब

गीता पुरोहित

गीता पुरोहित

शिक्षा - हिंदी में एम् ए. तथा पत्रकारिता में डिप्लोमा. सूचना एवं पब्लिक रिलेशन ऑफिस से अवकाशप्राप्त,