गीत : कोई बात है जरूर !
मेंरी आँखों में नमी है कोई बात है ज़रूर कोई सिसक सिसक के रोया तो है ज़रूर । मिलते नहीँ
Read Moreमेंरी आँखों में नमी है कोई बात है ज़रूर कोई सिसक सिसक के रोया तो है ज़रूर । मिलते नहीँ
Read Moreकुछ फर्ज शबे हिज्र निभाती चली गयी । नजरें हया के साथ झुकाती चली गयी ।। मानिंद माहताब
Read Moreहरियाली तीज राधे झूला झूलन आई, झोंटे देवत कन्हाई झोंटे देवत कन्हाई, आई तीजों प्यारी आई-राधे झूला झूलन———- 1.राधे
Read Moreपरिन्दों सी निकली मुहब्बत भी तेरी ! बदला जब मौसम बदल लिया फिर ठिकाना !! मिलने की चाहत हरदम रहती
Read Moreइक खामोशी अक्सर फैल जाती है हम दोनों में कभी -2… इक दूजे में गुम होना भी अच्छा लगता है
Read Moreबार -2 जिक्र करके… याद करते हैं हम तुमको जिद है तुम्हें पाने की… मुकद्दर में तुम नहीं हो !!
Read Moreबारिश बाट निहारे, बैठी विरहन लिये ख्वाब अधूरे रोती है ! शिकवा कर बतलाये किसको आँखों से बारिश भी होती
Read Moreदेवी अत्यधिक क्रोध में हैं। अपने महल में चहल-कदमी करते हुए वो कुछ बुदबुदा रही हैं। ध्यान से सुनने
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