दोहे : प्यार और अनुराग
ऐसा होना चाहिए, जल से भरा तड़ाग। जिसके सुमनों में रहे, प्यार और अनुराग।। — नहीं चाहिए चमन में, माली
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Read Moreअब पैंशन मिल गई थी और बस ड्राइविंग हमेशा के लिए बन्द हो गई थी। अब ना तो मुझे घुटने
Read Moreअधूरा प्यार…. श्रुति बहुत ही खुशमिजाज लड़की थी, हर पल को बखूबी जीने वाली, इस तरह मानो कल आएगा ही
Read More(पूर्व राष्ट्रपति एवं भारत रत्न अब्दुल कलाम साहब की प्रथम पुण्यतिथि उनको याद करते हुए पुनःअपनी प्रसिद्द कविता प्रेषित कर
Read Moreतीरथ माँ बाप को कभी करा न सका कभी श्रवण कुमार कहला न सका। छाती सुखा ली उसने मुझे पिलाकर
Read Moreहवाओं में , बिखरी है एक खास महक जैसे बिखेर दिया हो कोई अनगिनत सुर्ख गुलाब ……….! रेत के घरौंदों
Read Moreबिखरी हुई कविताओं के साथ , यूँ ही जब होती हूँ दो-चार अनायास ही बढ़ जाती है ललक कुछ नया
Read Moreनदियाँ करती कलरव, पंक्षी का गुंजार रहा।। नीली चादर से देखो, ढ़का सारा आसमान रहा।। पीली सरसों की फूलों से,
Read Moreये दरख़्त , येे चौखट , ये गलियां, कुछ भी ना भूला ये परिंदा आवारा !! वक्त की धूल ने
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