मैं जी लूँगा किसी तरह
मैं जी लूँगा किसी तरह , जिस हाल प्रभु की इच्छा हो, केवल मुझको दिखलाने भर , मत झूठा
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Read Moreकभी चिड़ियों को चहचहाते देखा है ? कभी भवरों को गुनगुनाते देखा है ? कभी बच्चों को खिलखिलाते देखा है
Read More१५ अगस्त १९४७ को ब्रिटिश हुकूमत इस देश को इन देश वासियों के हवाले कर उन्हें अपनी गुलामी से मुक्त
Read Moreइंग्लैंड में रहते हुए अगर पब्ब की बात ना करें तो इंग्लैंड का सब कुछ अधूरा है। भारत में हलवाइयों
Read Moreभंसाली का कहना है कि पद्मावती एक काल्पनिक पात्र है ।इतिहास की अगर बात की जाए तो राजपूताना इतिहास में
Read Moreमनीषा का बचपन खेल-कूद में कम और घर का काम करने में ज़्यादा बीता. घर में सदस्य ज़्यादा- कमाने वाले
Read Moreमिटाने अँधेरा चला दीप जैसे, निशा खिलखिलाती बताते रहे हम । कहाँ का अँधेरा मिटाने चला तू, सदा रोशनी दिल
Read Moreमनोभाव से क्या कविता का प्रादुर्भाव होता है ? विचार रखने में क्या हम कविता की परिधि में आ सकते
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