कविता

वादा

करो वादा
साथ रहने का
साथ देने का
साथ चलने का
साथ निभाने का
दूर कभी न हो
हरदम पास-पास हो
मेरे चारो ओर
सिर्फ तु ही तु हो
सुख में भी साथ
दुख में भी साथ
दिल की बात
बताने के लिए भी
हम दोनों स्वतंत्र हो
कभी खामोश न रहे
हमेशा हंसते
खिलखिलाते रहे
न रोक हो
न टोक हो
ऐसा रिश्ता
हम दोनों का
खास हो।
निवेदिता चतुर्वेदी’निव्या’

निवेदिता चतुर्वेदी

बी.एसी. शौक ---- लेखन पता --चेनारी ,सासाराम ,रोहतास ,बिहार , ८२११०४