कविता

शादी की सालगिरह

आफताब की रश्मि से जैसे सबेरा होता है ।
जब मिलते है दो दिल तब जीवन में सबेरा होता है ।

[1]
मुबारक हो शादी की सालगिरह साहब ।
प्रेम ,ज्ञान नेह मय संसार प्यार साहब ।
शब्दों में कोई त्रुटि हो संज्ञान लीजिए।
भावना ह्रदय की मन छ्न्द कीजिए ।

जगमगाती रहे चाँद सी रोशनी ।
नीला गगन संग अम्बार लेकर ।
रौनक भरे जिंदगी में गजल
ख़ुशियाँ लुटाये जग में नवी बन ।
नीले गगन से दिनकर भी पूछे
कैसी फ़िज़ा है मेरे यार की ।।
नीले गगन में मेंघों की गर्जन
खुशियाँ बिखेरे तबस्सुम के जैसी ।।
जीवन की नौका मचलती रहे
प्रेम की माँझी में नित संवरती रहे।।
जीवन भी मुस्कान बिखेरे फूल खिले।
रिमझिम सावन नीर मिले ।।
,

[2]
आफताब के प्रकाश में ,नीले आकाश में।
चाँद की चाँदनी में,प्रेममय उत्साह में।।

अपने पन का एहसास लिएबसंती बहार में ।
सावन सी बारिस में ,गुले गुलजार बन करके
महक जाये सदा आंगन ।
मुबारक हो शादी की वर्षगांठ ऐसी,

आभा सी बनकर चमक जाये बिजली ।।

[3]
अन्ज [धरती] आफताफ[सूर्य ] साआब[चमक] का आलमहो।
आलिम अजीज अत्तफ़ाल नूर सा आँगन हो।

प्रेम और सद्भाव भरे , ज्ञान की गंगा ।

मानवता गुलशनबन महके , गुलजार गुलिस्ताँ सावन के ।

मुबारक हो —शादी की सालगिरह आपको ।।

राजकिशोर मिश्र ‘राज’

राज किशोर मिश्र 'राज'

संक्षिप्त परिचय मै राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी कवि , लेखक , साहित्यकार हूँ । लेखन मेरा शौक - शब्द -शब्द की मणिका पिरो का बनाता हूँ छंद, यति गति अलंकारित भावों से उदभित रसना का माधुर्य भाव ही मेरा परिचय है १९९६ में राजनीति शास्त्र से परास्नातक डा . राममनोहर लोहिया विश्वविद्यालय से राजनैतिक विचारको के विचारों गहन अध्ययन व्याकरण और छ्न्द विधाओं को समझने /जानने का दौर रहा । प्रतापगढ़ उत्तरप्रदेश मेरी शिक्षा स्थली रही ,अपने अंतर्मन भावों को सहज छ्न्द मणिका में पिरों कर साकार रूप प्रदान करते हुए कवि धर्म का निर्वहन करता हूँ । संदेशपद सामयिक परिदृश्य मेरी लेखनी के ओज एवम् प्रेरणा स्रोत हैं । वार्णिक , मात्रिक, छ्न्दमुक्त रचनाओं के साथ -साथ गद्य विधा में उपन्यास , एकांकी , कहानी सतत लिखता रहता हूँ । प्रकाशित साझा संकलन - युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच का उत्कर्ष संग्रह २०१५ , अब तो २०१६, रजनीगंधा , विहग प्रीति के , आदि यत्र तत्र पत्र पत्रिकाओं में निरंतर रचनाएँ प्रकाशित होती रहती हैं सम्मान --- युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच से साहित्य गौरव सम्मान , सशक्त लेखनी सम्मान , साहित्य सरोज सारस्वत सम्मान आदि