बिन घोटाला सब सून
एक बार किसी कार्यालय के एक छोटे साहब ने बास से छुट्टी माँगने का अपना एक वाकया मुझे सुनाया। वे
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Read Moreसाजिद अब पूरी बात समझ चुका था । अब उसके चेहरे पर इत्मीनान के भाव थे । कालू भाई का
Read Moreजो कुछ है इस प्रकृति में वह यहीं के है हम सभी हैं उसका अधिकारी छीननेवालों से डरना क्यों हम
Read Moreतल्खिया-ए-हालात भी सिखाती हैं कुछ हमें वर्ना बे-अंदाज़ ही जीते थे रौ में ज़माने की आपकी सोहबत ने सुखन से
Read Moreतुम साँस की चलन हो दिल की तुम्ही हो धड़कन । मेरा वजूद तुमसे तुम हो हमारा जीवन । तुम
Read Moreअरमानों के पंख लगाके, इस दुनिया में आई थी। रूप रंग सिंगार देखके, सबके मन को भाई थी। बड़े प्यार
Read Moreअपने शेष बचे जीवन के गहराते अंधकार के बारे में आज मैं सोच रही हूं। मजहब के उन विष-दंतों के बारे
Read Moreराम के भी राम के स्वरूप हैं अनेक राम धरि रूप भूतल पर आये अनेक है ।। ईसा मूसा नानक
Read Moreआजकल नास्तिक लोग भी यूनियनबाजी पर उतर आए हैं। मेरा भी मन करता है कि स्वयं को नास्तिक घोषित कर
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