हास्य व्यंग्य

दुखी रहने के उपाय

संसार में सब सुखी रहना चाहते हैं पर रह नहीं पाते । लीजिये मैं आज आपको कुछ ऐसे उपाय बताऊंगा कि आपका सुख चैन जल्द ही नष्ट हो जाएगा , ऐसे आप ने  कभी सोचा भी नहीं होगा ।

पहला उपाय :   सुबह देर तक सोते रहें , सूरज जब सर पर उग आये तो आँखे खोलिये , आराम से ऑफिस के लिए निकलिए देर से ऑफिस पहुंचें ऐसे सप्ताह में कम से कम  दो-तीन दिन कीजिये परिणाम देखकर आप चकित रह जाएंगे।

दूसरा उपाय :अपनी पत्नी पर नजर रखिये, कभी छुपकर, कभी अचानक  घर पहुंचकर उसकी हर बात पर नजर रखें, देखिये कुछ दिन बाद अपनी दिमागी हालात पर खुद हैरान रह जाएंगे ।

तीसरा उपाय : गुस्सा, इसमें सब से अधिक उपयोगी है, बात बात में हर किसी से बिना बात पर गुस्सा करें आपकी तो दुनिया ही  बदल जायेगी  ।

चौथा उपाय : ईर्ष्या, यह तो इस के लिए अचूक उपाय है । यह तो रामबाण का काम करेगा यदि आप सुखी जीवन से तंग आ चुके है तो इसे जरूर अपनाएँ ।

पांचवां उपाय : लोभ यह तो अच्छे अच्छों को दुखी करने के लिए निहायत जरूरी है । पैसे कैसे अधिक से अधिक  कमाने की चाह में लग जाएँ  चाहे बेईमानी से धोखे – धडी से झूठ बोलकर पैसे के पीछे हाथ धोकर लग जाएँ  । आपका सुख देखिये कैसे विलीन हो जाएगा  ।

छठा उपाय :  खाने में कोई परहेज कभी ना करें  । चाहे जंक फ़ूड हो या खूब मीठा, जी भर कर खाएं, आखिर हम खाने के लिए ही तो जीते हैं ना कि जीने के लिए खाते हैं । आपका पेट आप पर नाज करेगा दुनिया आपको बार बार देखेगी स्वास्थ्य को बिदाई देकर रोगों को गले लगाकर दुःख की नींद सोएं  ।

सातवां उपाय : चुगली ,  रिश्तेदारों से  मित्र से उनके  राज की बातें जान लें फिर उनके  बात औरों को सुनाकर नमक-मिर्च लगाकर बताएं इसमें काफी आनंद आता है  आपका सुख कुछ दिन का ही मेहमान रह जाएगा  ।

आठवाँ उपाय : रिश्वत , यदि आप सुखी जीवन बिता कर बोर हो चुके हैं, तो “रिश्वत कैसे लें” गूगल वगेरह पर चेक करें दोस्तों से सलाह लें, जैसे ही आप इस फन में माहिर हो जाएंगे दुःख खुद आपके पीछे पीछे घूमेगा आपको इसे ढूंढने कही और नहीं जाना पड़ेगा ।

नौवां उपाय : शारीरिक व्यायाम, सैर पौष्टिक खाना वगैरह के चक्कर में ना पड़ें । “खाया और सोया” को मूल मन्त्र बना लें । ऑफिस में, बस से सफर के समय, घर में, अधिक से अधिक सोएं  इसके चमत्कारिक परिणाम देखकर आप दंग रह जाएंगे

दसवां उपाय : बीमार हो जाने पर (जो कि इन उपायों से आप जल्दी ही हो जाएंगे ) डॉक्टर के पास भूल कर भी ना जाएँ , दोस्तों, अपने अपने तजुर्बे बताने वालों, नीम हक़ीम वगैरह के पास जाएँ देखिये आप अपने शरीर को जल्द  ही किस  हाल में पाएंगे ।

रविन्दर सूदन

शिक्षा : जबलपुर विश्वविद्यालय से एम् एस-सी । रक्षा मंत्रालय संस्थान जबलपुर में २८ वर्षों तक विभिन्न पदों पर कार्य किया । वर्तमान में रिटायर्ड जीवन जी रहा हूँ ।