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विश्वास के विश्वास को ठेस

आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्‍वास का तकरीबन 13 मिनट का वीडियो वायरल हो रहा है. उसमें उन्‍होंने राष्‍ट्रवाद के नाम पर देश के प्रधानमंत्री से लेकर दिल्‍ली में आप सरकार के कथित भ्रष्‍टाचार के मामले पर अरविंद केजरीवाल तक को घेरा है. हम भारत के लोग (we the nation) नामक इस वीडियो सोशल मीडिया पर छाने लगा है. इस वीडियो में अपनी बात शुरू कहते हुए भारतीय नागरिक की हैसियत से जनता से की गई अपील में कुमार विश्‍वास ने वीडियो की शुरुआत में ही सवालिया लहजे में कहा कि पिछले दिनों से एक वीडियो उनको बेचैन कर रहा है कि जम्‍मू-कश्‍मीर में हो रहे उपचुनाव को संपन्‍न कराने के लिए गए जवानों को वहां के शोहदे परेशान कर रहे हैं. वे जवान सशस्‍त्र हैं लेकिन उनके पैरों में तथाकथित कानून की बेडि़यां जकड़ी हैं…इस पर तंज कसते हुए कुमार विश्‍वास ने कहा कि ऐसा कैसे संभव है कि जिस पार्टी की सरकार केंद्र और राज्‍य दोनों जगहों पर हैं, वहां पर भारत मां के किसी जवान के साथ ऐसी हरकत हो रही है…उन्‍होंने श्रीनगर में महज छह फीसद मतदान पर भी सवाल करते हुए कहा कि इसके दो ही कारण दिखते हैं कि या तो लोगों को भय है या भरोसा नहीं है.

इसके साथ ही लोगों से भी सवालिया निशान करते हुए पूछा, ”क्‍या हम इस देश में कुछ देर के लिए अपनी-अपनी पार्टी और अपने-अपने नेताओं की चापलूसी और घेरे से बाहर आकर सोच सकते हैं…क्‍या हम यह सवाल कर सकते हैं कि राज्‍य और केंद्र में एक जैसी सरकार होने के बाद भी…सारी शक्ति होने के बाद भी एक लफंगा हिंदुस्‍तान के बेटे पर हाथ कैसे उठा देता है…हम अपने-अपने रहनुमाओं पर फिदा हैं…मोदी-मोदी, अरविंद-अरविंद, राहुल-राहुल…हमें पता नहीं हैं कि मोदी, अरविंद, राहुल, योगी सिर्फ 5, 10 या अधिक से अधिक 25 साल के लिए हैं लेकिन देश का इतिहास 5000 साल पुराना है…हमारे बाद भी हजारों वर्ष तक बना रहेगा…”

इसके साथ ही उन्‍होंने वीडियो में भ्रष्‍टाचार के मुद्दे पर अरविंद केजरीवाल सरकार को घेरते हुए कहा, ”अगर आप भ्रष्‍टाचार से मुक्ति के नाम पर सरकार बनाएंगे और फिर भ्रष्‍टाचार में अपने ही लोगों के लिप्‍त पाए जाने पर मौन रहेंगे तो लोग सवाल पूछेंगे ही…”

भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को पाकिस्‍तान में फांसी की सजा के मसले पर कुमार विश्‍वास ने कहा कि पाकिस्‍तान के भारत के एक बेटे को पकड़ लिया है और हम संसद और सड़क पर हंगामा कर रहे हैं. उन्‍होंने सवाल करते हुए कहा, ”हम अमेरिका से उम्‍मीद में हैं कि वह पाकिस्‍तान को आतंकवादी देश घोषित कर दे लेकिन क्‍या भारत ने उसे आतंकी देश घोषित कर दिया…”

इस विडियो में कुमार विश्वास ने दुष्यंत कुमार से लेकर कई जाने माने शायरों की शायरी भी प्रस्तुत की है और आवाम से प्रश्न किया है कि क्या हमारे अन्दर देश भक्ति का जज्बा बाकी है कि नहीं? अगर बाकी है तो क्यों न हम सब मिलकर लालकिले के बाद लाल चौक पर तिरंगा लहराएँ जो पाकिस्तान को भी भली-भांति दिखलाई दे. कश्मीरियों को भी विश्वास में लें और उसे अपना साथी बनायें. वे सेना के जवानों के दर्द की बात भी उठाते हैं और राष्ट्रवादी सरकार से उम्मीद करते हैं कि यथोचित कार्रवाई होनी चाहिए. वे अंत में अपने आपको आम नागरिक के साथ साथ एक छोटे से (कवि) चंदबरदाई भी कहना चाहते हैं और पृथ्वीराजों और चन्द्रगुप्तों को ललकारते हुए कहते हैं कि अब भी जागो और देश के नागरिकों में विश्वास पैदा करो.

पूरा विडियो से मुझे जो समझ में आया वह कुछ इस प्रकार है – कुमार विश्वास बहुत दुखी हैं, मायूस हैं. हाल के आम आदमी पार्टी के प्रदर्शन पर वे आहत हैं. पंजाब में आंशिक सफलता, गोवा में भारी असफलता और अंत में राजौरी गार्डन की विफलता ने उन्हें झकझोर दिया है. केजरीवाल पर भी निशाना इसलिए साध रहे हैं कि केजरीवाल इधर निरंकुश होते जा रहे हैं शायद! कुमार विश्वास से भी सलाह मशविरा नहीं करते हैं जबकि वे आम आदमी पार्टी के संस्थापक और कार्यकारिणी समिति के सदस्य और संयोजक भी हैं. पार्टी के प्रदर्शन से वे नाखुश हैं और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ी गयी अन्ना आन्दोलन की लड़ाई को कुंद होते देख विचलित हैं. यह भी सही है कि वे वर्तमान केंद्र सरकार के प्रतिद्वंद्वी हैं इसलिए भी वर्तमान भाजपा सरकार की कार्यशैली से नाराज है और बीच-बीच में खींच-तान करते रहते हैं, पर उसके विकल्प में उभरने वाली ‘आम आदमी पार्टी’ के प्रदर्शन पर भी संतुष्ट नहीं हैं.

केजरीवाल सीधा और खरा बोलते हैं, पर अपनी बात को सही साबित नहीं कर पाते. प्रधान मंत्री और उनके मंत्रियों पर आरोप तो लगाते रहते हैं पर अदालतों में साबित नहीं कर पाते. दिल्ली में चाहे वे जो कर रहे हों, पर सारी जनता को एक साथ खुश रखना संभव नहीं है शायद, इसीलिए उनका जनधार खिसक रहा है. उनके कार्यकर्ता भी जनता से दूर होते जा रहे हैं शायद! केंद्र सरकार और दिल्ली के उप राज्यपाल केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की जड़ खोदने में कोई कसर बाकी नहीं रखना चाहते. ऐसे में जहाँ टीम भावना से काम होना चाहिए था वहीं केजरीवाल अपने ही टीम के लोगों के एक-एक कर बाहर करते जा रहे हैं. आम आदमी पार्टी से बाहर जानेवाला व्यक्ति आम आदमी पार्टी का दुश्मन बन जाता है और भाजपा कांग्रेस आदि पार्टियाँ उनका इस्तेमाल भी भली-भाँति करना जानती है. कांग्रेस और भाजपा एक दूसरे की प्रतिद्वंद्वी है पर आम आदमी के खिलाफ दोनों एक हो जाती हैं. राजौरी गार्डन से भाजपा अपनी जीत से उतनी खुश नहीं थी जितनी कि आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार के जमानत जब्त होने से. कांग्रेस भी दूसरे नम्बर पर अपने को पाकर खुश हो रही थी और केजरीवाल की ही बुराई कर रही थी.

अब देखना यह है कि कुमार विश्वास के इस विडियो से केजरीवाल विश्वास के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हैं या अपनी टीम में सुधार का प्रयास करते हैं. विश्वास के खिलाफ कार्रवाई आत्मघाती कदम होगा केजरीवाल के लिए, पर विश्वास की बातों पर ध्यान देकर टीम में सुधार का हर संभव प्रयास करना ही हितकर होगा. दिल्ली में सरकार के सही काम-काज करने और पंजाब में सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाने में ही असली सफलता है. नकारात्मकता शायद लोगों को पसंद नहीं आती. अगर केजरीवाल ने सचमुच जनता के हित में काम किया है तो MCD में उन्हें सफलता मिलेगी अन्यथा जनता पर छोड़ दें. जनता क्या चाहती हैं, यह भी तो पता चले. EVM की शिकायत भी तभी उचित है जब कोई ठोस प्रमाण हो अन्यथा छीछालेदर करवाने से क्या फायदा ?

कुमार विश्वास को भी अपनी बात को अरविन्द और मनीष सिसोदिया से सीधा रखना चाहिए, क्योंकि वे उनके अच्छे मित्र भी हैं. कुमार विश्वास एक विद्वान कवि के साथ प्रखर वक्ता भी हैं. इनका साथ अरविन्द केजरीवाल को भूलकर भी नहीं छोड़नी चाहिए बल्कि इनकी बातों पर मनन करनी चाहिए. देश सबसे ऊपर है यह सभी जानते हैं. देश प्रेम का  जज्बा अभी अधिकांश लोगों में कायम है. देश है तो हम हैं. इसलिए देश सर्वोपरि होना भी चाहिए पर देश का मतलब भौगोलिक भूभाग नहीं हो सकता … भूभाग के नागरिक मिलकर ही देश का निर्माण करते हैं. उम्मीद है हमारा देश जिसके कर्णधार मोदी जैसे नेता हैं अभी सही दिशा में जाने के प्रयास में है, यह कदम आगे बढ़ता रहना चाहिए. विपक्ष का काम है कि वह सही कदम में सकरात्मक सहयोग दे और गलत में विरोध करे. तभी होगी सच्चे लोकतंत्र की अवधारणा और सबका समुचित विकास! जय हिन्द! जय भारत!

  • जवाहर लाल सिंह, जमशेदपुर