कविता

कविता : पूछो

चाँद क्या है रात से पूछो
जमीं क्या है आसमान से पूछो
दर्द क्या है इश्क के अरमान से पूछो
हार गया जो मै इश्क के आराम से पूछो
हार  गए इश्क  मे भी हम समाज से पूछो
जी रहे है क्यो हम हमारे कलाम से पूछो

वेदांत विप्लव

वेदान्त विप्लव इलाहाबाद उत्तर प्रदेश संपर्क सूत्र 9795430026