कविता

स्वास्थ्य

क्या खायें और क्या न खायें, इस पर करें विचार,
रात्री में दही त्याग करें, और देर रात आहार।
सम्भव हो भोजन करें, नित सूर्यास्त से पूर्व,
सलाद न खायें रात में, आयुर्वेद का सार।
सुबह सवेरे जल पीयें, दोपहर में छाछ,
सोने से पूर्व दूध बनें, स्वास्थ्य का आधार।
प्रातः भोजन हो राजषी, सायं सन्त विचार,
स्वस्थ शरीर का रहस्य, एक दिवस निराहार।
काम क्रोध लोभ पर, लगी रहे जो रोक,
मन तनाव से मुक्त हो, सुखी रहे परिवार।
डॉ अ कीर्तिवर्धन