मुक्तक : फसल
जब मन में उगती फसल, तब लहराते खेत खाद खपत बीया निरत, भर जाते चित नेत हर ऋतु में पकती
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Read More1946 के प्रारम्भ में बच्चू सिंह के नेतृत्व में भारतीय वायुसेना में विद्रोह हुआ। इसके कुछ ही दिन बाद 15
Read Moreजब मैं छोटी थी मुझे परियों की सी फ्रॉक पहना और बालों में रिबन लगा आंखों में काजल लगा प्यार
Read Moreनहीं चाह मुझे रत्न जड़ित आभूषणों की, नहीं कामना मुझे सलमे सितारों से सजी चंदेरी चुनर की, नहीं ईप्सा मुझे
Read Moreजब मैं छोटी थी फूलों की खुशबू मुझे इत्र से ज्यादा भाँती थी उन दिनों पापा के साथ पुलिस थाना
Read Moreमेरे हिस्से में रात आई रात का रंग काला है इसमें कोई दूजा रंग नहीं मिला इसलिए सदा सच्चा है
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