हास्य व्यंग्य

खट्ठा-मीठा: आवश्यकता है एक संस्कारी बहू की

अपने उच्च संस्कारों के लिए सारे संसार में कुख्यात परिवार के लिए एक संस्कारी बहू की तत्काल आवश्यकता है। लड़का हाईस्कूल फेल है, परन्तु राज्य सरकार में उच्च संवैधानिक पद पर लगा हुआ है। आय 7-8-9 कितने भी अंकों में मान सकते हैं। लड़का चोरी की मिट्टी से भी सोना बनाने में माहिर है।

बाप अरबों के घोटाले में सजायाफ्ता है, परन्तु जमानत पर छूटा हुआ है। उस पर दर्जनों मुकदमे चल रहे हैं। इसलिए आये दिन उसे अदालतों में हाजिरी देनी पड़ती है। कब फैसला आ जाये और फिर अन्दर जाना पड़े, कुछ कहा नहीं जा सकता। इसलिए लड़के की शादी जल्दी करनी है।

माँ अँगूठा छाप है, लेकिन दुनियादारी में बड़े-बड़ों के कान काटती है। उच्च संवैधानिक पद को भी कुशोभित कर चुकी है। केवल भैंस का दूध बेचकर करोड़ों रुपये कमाने में विशेषज्ञ है। दर्जनों बच्चे पैदा करना उसकी विशेष योग्यता है।

लड़़के के भाई-बहिन भी माशाअल्ला हैं। एक भाई नौवीं फेल है, लेकिन राज्य में बहुत ऊँचे पद पर कुसेवा कर रहा है। बाकी बहिनें हैं, जो योग्यता में अपने भाइयों से उन्नीस नहीं, इक्कीस ही हैं।

एक बहिन ने जबर्दस्ती डाॅक्टरी पास कर रखी है, परन्तु उसकी महानता है कि अभी तक किसी का इलाज नहीं किया, वरना सीधे स्वर्ग की टिकट कटवा देती। वह अपना ध्यान भूमि और भवन सम्पत्तियों को गुप्त रूप से खरीदने में ही लगाती है। विवाहित है और उसका पति भी इन कामों में उसका सहयोग करता है। लड़के की अन्य बहनें भी अपने-अपने नामों से सम्पत्तियाँ बनाने में व्यस्त हैं।

हमें ऐसी लड़की चाहिए जिसके संस्कार हमारे परिवार के संस्कारों से भी बढ़े-चढ़े हों। चोरी-चकारी में सिद्धहस्त होना और झूठ बोलने की विशेषज्ञ होना अनिवार्य है। उसके बाप के पास हराम का माल हो और स्विस बैंक में खाता हो, तो उसे विशेष योग्यता माना जाएगा। शर्त यही है कि वह माॅल न जाती हो, भले ही उसने अपने अनेक माॅल बनवा रखे हों। पढ़ी-लिखी होना आवश्यक नहीं है। अँगूठाछाप भी चलेगी।

जो लड़की इन योग्यताओं पर खरी उतरती हो, वह तुरन्त एप्लाई कर सकती है।

बीजू ब्रजवासी