कविता

आप तो धोखेबाज हो 

मोदीजी आप तो धोखेबाज हो
वादा करके भूल जाते हो
आपने ही तो यह कहा था
सौ दिन में अच्छे दिन लाउंगा
महंगाई को भी भगाउंगा
लेकिन आप तो शय्या
सियासत सौतन की बाहों में
सबसे मुखर जाते हो
मोदीजी आप तो धोखेबाज हो
वादा करके भूल जाते हो
आप ने ही तो प्रॉमिस किया था
कश्मीर को आजाद कराउंगा
राम लल्ला का मंदिर बनवाउंगा
भ्रष्टाचार का भी इलाज करवाउंगा
लेकिन आप तो विदेशों की यात्राओं में
सुषमाजी का हक मार जाते हो
मोदीजी आप तो धोखेबाज हो
वादा करके भूल जाते हो
आप ने ही तो कहा था
हर हाथ को काम दिलवाउंगा
विकास के कमल खिलवाउंगा
आतंकवादियों को मरवाउंगा
पाक-चीन को भी मजा चखाउंगा
लेकिन आप तो नवाज-सी विषबैल का
आलिंगन कर जाते हो
मेरे लिये तो कुछ नहीं लाते प्रिये!
उसकी मां के लिए साडी ले जाते हो
मोदीजी आप तो धोखेबाज हो
वादा करके भूल जाते हो

देवेन्द्रराज सुथार

देवेन्द्रराज सुथार , अध्ययन -कला संकाय में द्वितीय वर्ष, रचनाएं - विभिन्न हिन्दी पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित। पता - गांधी चौक, आतमणावास, बागरा, जिला-जालोर, राजस्थान। पिन कोड - 343025 मोबाईल नंबर - 8101777196 ईमेल - devendrakavi1@gmail.com

One thought on “आप तो धोखेबाज हो 

  • राजकुमार कांदु

    शालीनता भरा विरोध अच्छा लगा । वैसे हमाम में सभी नंगे हैं लेकिन राजनीति के गिरते स्तर ने देश में विष बेल बो दिए हैं ।

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