अपनी वास्तविक इच्छाओं को जांचे और परखे
इच्छा, आकांक्षा मनुष्य की प्रेरणा स्त्रोत है इच्छाएं है तो मनुष्य कर्म की और अग्रसर होता है | इच्छाएं नया
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Read Moreविभाजन के समय आंतकवादियों पर कड़ाई और जरूरतमंदों का सहयोग करने से बच्चू सिंह की लोकप्रियता बढ़ती गई, इससे नेहरू
Read Moreकितने दिनों बाद दिखे तुम ,कहां थे तुम न कोई खत न कोई खबर कही और तय कर रहे थे
Read Moreआज के दौर की सामाजिक स्थिति को देखकर लगता है। क्या आज़ादी बाद चुनाव मात्र सिंहासन बदलने भर की रवायत
Read Moreकैसा समाज बना रहें हैं। जिसमें न दुर्गा स्वरूपा मां सुरक्षित है, न कन्यापूजन के लिए घर हर घर में
Read Moreतेरा मिलना कितना सुहाना लगता है मुझसे रिश्ता सदियों पुराना लगता है… देखा जब से तेरे आँखों में सनम दिल
Read Moreअकड़ दीप की देख के मैंने, प्रश्न एक जब उससे पूछा- “किस कारण तू झूम रहा है, किए हुए सिर
Read Moreदिलो में बसे बचपन के यार लौटा दो माँ का प्यार पिता का दुलार लौटा दो बाल्यकाल की वो मस्ती
Read Moreआज के दौर की सामाजिक स्थिति को देखकर लगता है। क्या आज़ादी बाद चुनाव मात्र सिंहासन बदलने भर की रवायत
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