सामाजिक

सुखी गृहस्थ जीवन के लिए मनस्थिति भी सही हो

सुखी गृहस्थ जीवन के लिए केवल यही पर्याप्त नहीं कि आपकी आर्थिक स्थिति ठीक हो अपितु यह भी आवश्यक है कि आपकी मनस्थिति भी ठीक हो। जिंदगी में खुशियाँ आपके पास पैसा कितना है इस बात पर कम व आपके पास पैशन कितना है इस बात पर ज्यादा निर्भर करती है। महत्वपूर्ण यह नहीं कि आपके पास बैंक बैलेंस कितना है ? अपितु यह है कि आपके पास ब्रेन बैलेंस कितना है। संपत्ति के अभाव में तो समझ से भी गृहस्थी चल जाती है मगर समझ के अभाव में केवल संपत्ति से जिंदगी चलना संभव ही नहीं है।
अत: आपके प्रयत्न केवल आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए ना हों अपितु मनस्थिति मजबूत करने के लिए भी हों ताकि एक खुशहाल गृहस्थ जीवन का निर्वाहन किया जा सकेे

— भरत मल्होत्रा

*भरत मल्होत्रा

जन्म 17 अगस्त 1970 शिक्षा स्नातक, पेशे से व्यावसायी, मूल रूप से अमृतसर, पंजाब निवासी और वर्तमान में माया नगरी मुम्बई में निवास, कृति- ‘पहले ही चर्चे हैं जमाने में’ (पहला स्वतंत्र संग्रह), विविध- देश व विदेश (कनाडा) के प्रतिष्ठित समाचार पत्र, पत्रिकाओं व कुछ साझा संग्रहों में रचनायें प्रकाशित, मुख्यतः गजल लेखन में रुचि के साथ सोशल मीडिया पर भी सक्रिय, सम्पर्क- डी-702, वृन्दावन बिल्डिंग, पवार पब्लिक स्कूल के पास, पिंसुर जिमखाना, कांदिवली (वेस्ट) मुम्बई-400067 मो. 9820145107 ईमेल- rajivmalhotra73@gmail.com