कविता

कविता : आतंकवाद

देश की धरा पर खुनी मंजर छाया
अंधकार का जहर भरा खंजर लाया
हिंसा की जंजीर ये लाया
जब आतंकवाद अपने देश में आया।

इंसानियत की मौत का पैगाम ये लाया
मानवता की चोट का आलम ये लाया
विकसित स्थिति को बिगाड़ने ये आया
जब आतंकवाद अपने देश में आया।

समस्याओ का पिटारा ये लाया
दानवताओ का भंडारा ये लाया
मजबूत इरादे को मिटने आया
जब आतंकवाद अपने देश में आया।

चहु ओर युद्ध की सूचना ये लाया
मौत से भरी वेदना ये लाया
प्रेम के मायने भुलाने आया
जब आतंकवाद अपने देश में आया।

कमर देश की तोड़ने ये आया
अमन-चैन मिटाने ये आया
अपनों का क्षाद कराने ये आया
जब आतंकवाद अपने देश में आया।

देख आतंकवाद का फंदा, मिटाने इसे मैं आया
पैरो मैंताकत दिलो में जोश दिलाने मैं आया
भावी पीढ़ियों की जान बचाने मैं आया
क्षदांजलि आतंकवाद को देने मैं आया
जब आतंकवाद मेरे देश में आया।

फूल सिंह कुम्पावत 

 

फूल सिंह कुम्पावत

जन्म तिथि- 14 जुलाई, 1985 ई. शिक्षा- बी. एस.सी. (रसायन विज्ञानं), पर्यावरण और सतत विकास में पी.जी डिप्लोमा ,जलग्रहण प्रबंधन में डिप्लोमा , एल. एल. बी (M.D.S.U) सम्प्रति- रसायनज्ञ Chemist पावरप्लांट (श्रीसीमेंट ब्यावर) स्थायी पता- गांव / पोस्ट - इटंदरा , तहसील - रानी , जिला - पाली (राज.) 306115 वर्तमान पता- 29,राधाकृष्ण कॉलोनी, सेंदरा रोड, होटल राजमहल के पास, ब्यावर 305901 ई-मेल :phoolsinghkumpawat@gmail.com संपर्क : 09460400552