गीतिका/ग़ज़ल

“गीतिका”

जगमग अवली दीप हमारे

सुंदर साख प्रदीप हमारे

अनुपम पुंज प्रकाश पर्व यह

रोशन चित नवदीप हमारे।।

चाँद छुपा है रात दिवाली

आभा अति प्रियदीप हमारे।।

शोर शराबा किलक पटाखे

हरषित प्रिय कुलदीप हमारे।।

रंगोली घर घर पहुनाई

झिलमिल झाँकी दीप हमारे।।

आव भगत अरु कुशलम क्षेमा

सुंदर छवि प्रतिदीप हमारे।।

“गौतम” अयन नयन खुशहाली

रघुवर कोशल दीप हमारे।।

महातम मिश्र, गौतम गोरखपूरी

*महातम मिश्र

शीर्षक- महातम मिश्रा के मन की आवाज जन्म तारीख- नौ दिसंबर उन्नीस सौ अट्ठावन जन्म भूमी- ग्राम- भरसी, गोरखपुर, उ.प्र. हाल- अहमदाबाद में भारत सरकार में सेवारत हूँ