कविता

जारी है चलन खुले में शौच का

हाथ में लेकर लोटा ,
शौच खुले में जाना ,
रोकना आज भी ,
है चुनौती,
क्योकि ,
जारी है चलन , खुले में शौच का ,
आज भी ।

हाल बुरा है ग्रामीण इलाकों का ,
स्वच्छता से दूर ,
अभाव है जागरूकता का ,
आज भी ,
क्योकि ,
जारी है चलन , खुले में शौच का ,
आज भी ।

हर घर में करवाए निर्माण शौचालय का ,
बने भागीदार ,
स्वच्छ भारत मिशन का ,
क्योकि ,
जारी है चलन , खुले में शौच का ,
आज भी ।

सफर खुले में शौच मुक्त का ,
सफलता ओ.ङी.एफ* दर्जे का,
संभव है सिर्फ भागीदारी से ,
क्योकि ,
जारी है चलन , खुले में शौच का ,
आज भी ।

मुद्दा खुले में शौच मुक्त का ,
फिल्मो में भी छाया ,
मोदीजी ने भी स्वच्छता का ,
अभियान पुरे देश में चलाया ,
क्योकि ,
जारी है चलन , खुले में शौच का ,
आज भी ।

* ओ.ङी.एफ = खुले में शौच मुक्त (Open Defectio Free)

फूलसिंह कुम्पावत

फूल सिंह कुम्पावत

जन्म तिथि- 14 जुलाई, 1985 ई. शिक्षा- बी. एस.सी. (रसायन विज्ञानं), पर्यावरण और सतत विकास में पी.जी डिप्लोमा ,जलग्रहण प्रबंधन में डिप्लोमा , एल. एल. बी (M.D.S.U) सम्प्रति- रसायनज्ञ Chemist पावरप्लांट (श्रीसीमेंट ब्यावर) स्थायी पता- गांव / पोस्ट - इटंदरा , तहसील - रानी , जिला - पाली (राज.) 306115 वर्तमान पता- 29,राधाकृष्ण कॉलोनी, सेंदरा रोड, होटल राजमहल के पास, ब्यावर 305901 ई-मेल :phoolsinghkumpawat@gmail.com संपर्क : 09460400552