कविता

कविता- ख्वाब तेरे

कितने दिनों बाद दिखे तुम ,कहां थे तुम

न कोई खत न कोई खबर
कही और तय कर रहे थे सफर
दिन रात तुम्हे ही याद किया
न जाने कितना इंतजार किया
वो भुला दी बाते मैंने जब तुम नाराज हुए थे
मगर अब मान भी जाओ जरा
कितना तन्हा वक़्त गुजरा है तेरे बिन
ये इन सूनी आंखों से पूछो
कितने जागे है हम ये उस रात से पूछो
उन तारो से पूछो उस अन्धेरी रात से पूछो
उस अकेले चांद से पूछ, हर रोज घंटो चांद से
बाते अनगिनत की है मैने
हम दोनो का हाल एक जैसा ही था
वो अपनी चांदनी से दूर था
और मैं तुम मुझसे दूर थे कही।।
उपासना पाण्डेय (आकांक्षा)
     हरदोई (उत्तर प्रदेश)

उपासना पाण्डेय

पूर्ण नाम : आकांक्षा पाण्डेय साहित्यिक नाम ; उपासना पाण्डेय जन्मतिथि : 21दिसम्बर 1991 वर्तमान पता: ट्रांजिस्ट हॉस्टल के पीछे आजाद नगर हरदोई शहर : हरदोई जिला: हरदोई राज्य : उत्तर प्रदेश विधा: पद्य (श्रृंगार रस ,रचनाये) गद्य( लघुकथाएं, सामाजिक लेख, कहानियां) ब्लॉग-Upasnamerasafr.blogspot.in