आज के रावण
उस रावण जैसी मर्यादा नहीं रखते आज के रावण, कानून क्या, ईश्वर से भी नहीं डरते आज के रावण। मारीच
Read Moreउस रावण जैसी मर्यादा नहीं रखते आज के रावण, कानून क्या, ईश्वर से भी नहीं डरते आज के रावण। मारीच
Read Moreजिए जा रहे हैं उसके लिए कैसे मानलें वो अब नहीं ये फ़िज़ाएं, लहराती हवाएं करवट बदल खिलती कलियाँ बार-बार
Read Moreबाहर हैं तो अभी सीधा घर जाइये घर जाकर टी.वी. में आग लगाइये सभी जाति -धर्म के लोग दिखाई देगें
Read Moreहमारी सरकार टॉयलेट बनाने पर आमादा है। यूं कहे कि सरकार ने टॉयलेट बनाने का ठेका ले रखा है। प्रधानमंत्री
Read Moreदेश की लोकतांत्रिक राजनीति गाहे-बगाहे किसानों, और अन्य लोगों की चर्चा कर लेती है। भले आखिरी में परिणाम वहीं हो,
Read Moreसभ्य समाज में व्यक्ति का महत्व होना चाहिए, उसके जाति का नहीं। हमारी युवा पीढ़ी को यह बात अपने ह्रदय
Read Moreबात करते हैं हम पत्थरों से सदा, हम बसे हैं पहाड़ों के परिवार में। प्यार करते हैं हम पत्थरों से
Read Moreरात के दस बज रहे थे | अनुपम का विदेशीनस्लीय कुत्ता बड़े जोर- जोर से भौंक रहा था, शायद घर
Read Moreअसलम बैंक से वापस आ रहा था । खाते में व्याज के रूप में मिली रकम लगभग नौ सौ रुपये
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