भेजूँ जन्मदिन पर गजल उपहार ,
करूँ शुभकामनाओं का इजहार।
हो आशाओं की मंजिल बुलंद ,
करे सारे सपनों को साकार ।
लबों पर छाए ऐसी मुस्कान ,
जैसे अपनों का बरसता प्यार ।
जीवन के दुर्गम पथ पर तुम को ,
मिले सदा सफलता सदाबहार ।
दुआओं की दौलत से ‘ मंजू ‘,
उतार बुरी बलाएँ बार – बार।
— मंजु गुप्ता
वाशी, नवी मुम्बई
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