कविता

गूंज रही अम्बर में

गूंज रही अम्बर में, भारत मॉ की जय -जय-जयकार |
इस पावनभूमि पर राम – कृष्ण ने लिया था अवतार ||

गाया-शेर होकर निर्भय यहॉ, एक घाट पर पीते थे पानी |
वीर भरत और एकलव्य की है, अमर – अनूठी कहानी ||

तुलसी, सूर-कबीरा के छंदों से है, अमिट पहचान हमारी |
मेरे भारतमाता की मिट्टी की खुशबू सौंधी – सौंधी प्यारी ||

गुरूवर विरजानंद के दयानंद से शिष्य हुए यहॉ निराले |
सुभाष,भगत,चन्द्रशेखर,बिस्मिल से क्रांतिवीर मतवाले ||

गूंज रही अम्बर में, भारत मॉ की जय -जय-जयकार |
इस पावनभूमि पर राम – कृष्ण ने लिया था अवतार ||

मुकेश कुमार ऋषि वर्मा

नाम - मुकेश कुमार ऋषि वर्मा एम.ए., आई.डी.जी. बाॅम्बे सहित अन्य 5 प्रमाणपत्रीय कोर्स पत्रकारिता- आर्यावर्त केसरी, एकलव्य मानव संदेश सदस्य- मीडिया फोरम आॅफ इंडिया सहित 4 अन्य सामाजिक संगठनों में सदस्य अभिनय- कई क्षेत्रीय फिल्मों व अलबमों में प्रकाशन- दो लघु काव्य पुस्तिकायें व देशभर में हजारों रचनायें प्रकाशित मुख्य आजीविका- कृषि, मजदूरी, कम्यूनिकेशन शाॅप पता- गाँव रिहावली, फतेहाबाद, आगरा-283111