कविता

कविता : ज्यों गगन में चान्द चमके

ज्यों गगन में चान्द चमके
बेटी चमके आंगना में

बेटिया साडी का आंचल
बेटिया आंखों का काजल
बेटिया चूडी की खन-खन
बेटिया मां का है दर्पण

बेटिया पूजा की थाली
बेटिया सबसे निराली
बेटिया आंगन की तुलसी
बेटिया डयोरी का दीपक

बेटिया मां – बाप का सम्मान है
बेटिया इस देश की शान है!
बेटियों को कोख में मत मार दो,
बेटियों को जीने का अधिकार दो!

अलका जैन, रानीपुर झांसी

अलका जैन 'अन्नू'

नाम - श्रीमती अलका जैन , पति का नाम - डा. प्रमोद कुमार जैन , बेटी - जयति जैन "नूतन " और बेटा - पारस जैन कार्य - ग्रहणी , लेखन - काफी सालो से , विधा - कविताये , ग़ज़ल, शायरी , पता - डा. प्रमोद कुमार जैन , बस स्टैंड रानीपुर झांसी २८४२०५ mail- jaytijainhindiarticles34@gmail.com