कविता

कविता : हमें जान से प्यारा है

भारत प्यारा वतन हमारा

हमें  जान से प्यारा है

तीन रंग का तिरंगा हमारा

हमें जान से प्यारा है

गंगा की निर्मल धारा

सबके पाप धोती है

कलकल बहते झरनों वाला

हमें जान से प्यारा है

हिमीगिरी उत्तर में खड़ा

रक्षक पर्वतराज हमारा

हमें जान से प्यारा है

सागर चरण पखारे

भारत का मान बढ़ाये

हमें जान से प्यारा है

ऋषि मुनियों का देश

आर्यावर्त हमारा

हमें जान से प्यारा है

गौतम गांधी और सुभाष

भगत बिस्मिल आज़ाद का

हमें जान से प्यारा है

प्रताप के स्वाभिमान का

हम सब के अभिमान का

हमें जान से प्यारा है

गीता कुरान बाइबिल वाला

गुरुग्रंथ साहिब रामायण वाला

हमें जान से प्यारा है

मंदिर मस्जिद गिरजो वाला

ऊंचे ऊंचे परकोटे वाला

हमें जान से प्यारा है

कलाम के सपनों का

ज्ञान विज्ञान कला वाला

हमें जान से प्यारा है

– कवि राजेश पुरोहित

98,पुरोहित कुटी

श्रीराम कॉलोनी

भवानीमंडी

जिला- झालावाड़

राजस्थान

पिन-326502

राजेश पुरोहित

पिता का नाम - शिवनारायण शर्मा माता का नाम - चंद्रकला शर्मा जीवन संगिनी - अनिता शर्मा जन्म तिथि - 5 सितम्बर 1970 शिक्षा - एम ए हिंदी सम्प्रति अध्यापक रा उ मा वि सुलिया प्रकाशित कृतियां 1. आशीर्वाद 2. अभिलाषा 3. काव्यधारा सम्पादित काव्य संकलन राष्ट्रीय स्तर की पत्र पत्रिकाओं में सतत लेखन प्रकाशन सम्मान - 4 दर्ज़न से अधिक साहित्यिक सामाजिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित अन्य रुचि - शाकाहार जीवदया नशामुक्ति हेतु प्रचार प्रसार पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य किया संपर्क:- 98 पुरोहित कुटी श्रीराम कॉलोनी भवानीमंडी जिला झालावाड़ राजस्थान पिन 326502 मोबाइल 7073318074 Email 123rkpurohit@gmail.com