कविता

सपनों के लिये !!!

क्या आती है
तुम्हें सपनों के लिए
खरीदनी कोई उम्मीद
क्या तुमने लगाई है
किसी सपने को
सोफियाई क्रीम
नहीं ना तो कैसे पूरे होंगे
तुम्हारे सपने
उनका जतन करना सीखो
जिस दिन
तुम प्यार से उन्हें
सहेज़ना सीख जाओगे
यकीं मानो तुम्हारे सपने
अपने आप पूरे हो जाएंगे !!!

सीमा सिंघल 'सदा'

जन्म स्थान :* रीवा (मध्यप्रदेश) *शिक्षा :* एम.ए. (राजनीति शास्त्र) *लेखन : *आकाशवाणी रीवा से प्रसारण तो कभी पत्र-पत्रिकाओ में प्रकाशित होते हुए मेरी कवितायेँ आप तक पहुँचती रहीं..सन 2009 से ब्लॉग जगत में ‘सदा’ के नाम से सक्रिय । *काव्य संग्रह : अर्पिता साझा काव्य संकलन, अनुगूंज, शब्दों के अरण्य में, हमारा शहर, बालार्क . *मेरी कलम : सन्नाटा बोलता है जब शब्द जन्म लेते हैं कुछ शब्द उतरते हैं उंगलियों का सहारा लेकर कागज़ की कश्ती में नन्हें कदमों से 'सदा' के लिए ... ब्लॉग : http://sadalikhna.blogspot.in/ ई-मेल : sssinghals@gmail.com

One thought on “सपनों के लिये !!!

  • लीला तिवानी

    प्रिय सखी सीमा जी, कविता बहुत अच्छी लगी. आप सदाबहार काव्यालय के लिए अपनी काव्य-रचनाएं भेज सकती हैं. सटीक व सार्थक रचना के लिए आभार.

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