गीतिका/ग़ज़ल

जब भी बोलो अच्छा बोलो

जब भी बोलो अच्छा बोलो

सागर जैसे गहरा बोलो

 

झूठ नहीं सच बन जाएगा

चाहे जितना ऊँचा बोलो

 

दुनिया मक्खनबाजी समझे

इतना भी मत मीठा बोलो

 

हर कोई दुश्मन बन जाए

क्योंकर इतना कड़वा बोलो

 

बोली से पहचान बने हैं

सच्चा बोलो बढ़िया बोलो

 

Kuldeep

महेश कुमार कुलदीप

स्नातकोत्तर शिक्षक-हिन्दी केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक-3, ओ.एन.जी.सी., सूरत (गुजरात)-394518 निवासी-- अमरसर, जिला-जयपुर, राजस्थान-303601 फोन नंबर-8511037804