अपनी छोड़…
कभी अपनी छोड़ दूसरों की सुन लेना, कभी खुदको परे रख दूसरों के अंदर झांकना, कभी पोंछ अपने आँसू दूसरों
Read Moreजल्दी उठकर छत पर पंहुचा… पूर्व क्षितिज पर दृष्टि जमाकर सोचा!!! कुछ बड़ा होगा आज सूरज, सोचा आज नया नया
Read Moreदिनांक १९ नवंबर, २०१७ को`विश्व हिंदी संस्थान कनाडा. के संस्थापक प्रो. सरन घई द्धारा संपादित “सुनो, तुम मुझसे झूठ तो
Read Moreभारतीय नववर्ष विक्रम संवत 2075 बदला है नववर्ष, नया संवत आया है, कुदरत ने रंग रूप, नया दिखलाया है। फूल
Read Moreओ३म् आर्यसमाज के संस्थापक ऋषि दयानन्द सरस्वती वेदों के उच्च कोटि के विद्वान एवं सिद्ध योगी थे। योग में सफलता,
Read Moreओ३म् हमारा यह शरीर हमें परमात्मा से मिला है। यह शरीर हमारी आत्मा का साधन है। यह ऐसा साधन है
Read Moreसंगीत में वह कोमलता है, जो पत्थर को मोम बना दे, जो पर्वत को राई कर दे, चट्टानों को चूरा
Read Moreइंग्लैंड के प्रधानमंत्री डिजरायली ने कहा था – ”राजनीति के समान कोई दूसरा जुआ नहीं है।“ इस तर्ज पर कहे
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