” —————————— या फिर ऐक अदा है ” !!
मुस्काना है सहज तुम्हारा , या फिर एक अदा है ! हौले से लहरा जाना है , या फिर
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Read Moreरानी बैठी रूपिणी, लेकर पींछी साज बादल को रँगने चली, मानों घर का राज मानों घर का राज, नाज रंगों
Read Moreकविता संघर्ष क्या है? संघर्ष क्या है? संघर्ष जीवन है जो जीवन को जीवंत बने रहने में सहायक
Read Moreन तो ज़िंदगी रुकती है और न ही साहसी राही. उसकी ज़िंदगी भी रुकी नहीं, अपनी चाल से चलती गई.
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