” हासिल कुछ कर पाऊं ” !!
पुलक रहा है तन मन ऐसा , लहर लहर लहराऊँ !! पैर नहीं है आज जमीं पर , पंछी
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Read Moreहनुमान जन्मोत्सव के पावन अवसर पर विशेष भजन-1 (तर्ज़- तारा है सारा जमाना श्याम हमको भी तारो——) तुम हो
Read More(तर्ज़- वह शक्ति हमें दो दयानिधे कर्त्तव्य मार्ग पर डट जाएं——) हैं मानव तेरी दुनिया के, मानव बनकर दिखलाएं
Read Moreरामनवमी के दिन से ही बिहार और बंगाल हिंसा की आग में जल रहे हैं, लेकिन देश के सभी सांसद
Read Moreचल रहे हम किधर खुद ही नहीं पता है मानव विनाशलीला खुद ही खोद रहा है। चलती है मेरी नैया
Read Moreबड़े लड़ैया सैफइ वाले, जेकरी लाज रखइं करतार लट्ठ बजइ हर दिन यूपी मा, निसरइ बल्लम अउर कटार पाँच डकैती,
Read Moreतत्कालिक दौर में संसदीय लोकतंत्र की फ़ज़ीहत किसी देश में हो रही है। तो वह हमारा देश है। संसद में
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